सोमवार, 7 सितंबर 2020

भारत सरकार अधिनियम 1935

 भारत सरकार अधिनियम (1935)-

* यह अधिनियम काफी विस्तृत था जिसमें 14 भाग 321 अनुच्छेद और 10 अनुसूचियां थी इस       प्रकार भारत के संविधान का 70% भाग यहीं से लिया गया।
 * इस अधिनियम में ही पहली बार भारत में एक संघात्मक सरकार की स्थापना की बात की गई। 
*  एक अखिल भारतीय संघ के गठन की बात की गई।
 * विषयों को तीन सूचियों में बांटा गया - (1) संघ सूची (2) राज्य सूची (3) समवर्ती सूची 
*  राज्यों में द्वैध शासन को समाप्त करके केंद्र में द्वैध  को शासन प्रारंभ किया गया और प्रशासन के     विषयों को आरक्षित विषयों व हस्तांतरित विषयों में बांटा गया। 
*  पहली बार आम चुनाव 1935 के अधिनियम के तहत 1937 में होते हैं।
*  भारतीय रिजर्व बैंक की स्थापना 1935 का अधिनियम के तहत 1936 में कार्य प्रारंभ किया वह 1 अप्रैल 1935 को गठित किया गया।
*  आरक्षित विषय- प्रतिरक्षा विदेशी मामले धार्मिक मामले सीधे गवर्नर के हाथों में थे हस्तांतरित विषय व्यवस्थापिका के हाथ में थे। 
*  केंद्र सरकार की समस्त कार्यपालिका शक्ति गवर्नर जनरल में निहित थी और इसको भी दोगे अध्यादेश जारी करने का अधिकार था।
*  इस अधिनियम के तहत प्रांतों में एक उत्तरदाई पूर्ण सरकार की स्थापना की बात की गई। प्रांतों को स्वायत्तता प्रदान की गयी।
 *  इसी के तहत संघीय न्यायालय की स्थापना 1937 में की गई
*  इस अधिनियम के तहत प्रांतों में पृथक निर्वाचन प्रणाली की व्यवस्था की गई। महिलाओं को मत देने का अधिकार मिला।

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