मंगलवार, 8 सितंबर 2020

कैबिनेट मिशन 1946

 कैबिनेट मिशन 1946  

* वैवेल योजना की असफलता के बाद भारत की राजनीतिक समस्या के समाधान के लिए ब्रिटिश सरकार ने कैबिनेट मिशन भेजा जिसमें ब्रिटिश मंत्रिमंडल के 3 सदस्य थे-   

                            1. Lord Patrick Lawrence (लोर्ड पेथिक लारेश)  

                            2. stafford cripps (स्टैफोर्ड क्रिप्स)  

                            3. ab Alexander (ए.बी.  एलेक्जेंडर)  

कैबिनेट मिशन में 1946 (16 मई) को अपनी योजना प्रस्तुत करता है जिसकी अपनी प्रमुख सिफारिशें निम्न हैं-  

* ब्रिटिश भारत और देसी रियासतों को मिलाकर एक भारतीय संघ का गठन किया जाएगा जिसमें विदेश, रक्षा, संचार विभाग गवर्नर जनरल के हाथों में होंगे।  

* संघ की अपनी कार्यपालिका और विधानपालिका होगी जिसमें ब्रिटिश भारत तथा देसी रियासतों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।  

* संघीय विषयों के अलावा अन्य सभी विषयों और अवशिष्ट शक्तियां प्रांतों में निहित होगी।  

* भारत पर ब्रिटिश प्रभु सत्ता को समाप्त कर दिया जाएगा।  

* भारतीय रियासतों को यह छूट होगी कि वह संघ में सम्मिलित हो या स्वतंत्र रहे।  

* एक अंतरिम सरकार की तत्काल स्थापना की जाएगी जिसमें भारत के सभी प्रमुख राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त हो।  

* संविधान बनाने के लिए संविधान सभा का शीघ्र निर्वाचन होगा प्रारंभ में कांग्रेस और मुस्लिम लीग दोनों ने कैबिनेट मिशन को स्वीकार कर लिया लेकिन बाद में 29 जुलाई 1946 को लीग ने इसे अस्वीकार कर दिया और पाकिस्तान की प्राप्ति के लिए 16 अगस्त 1946 को मुस्लिम लीग की सीधी कार्यवाही प्रारंभ कर दी।

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