चीफ ऑफ डिफेसं स्टाफ (CDS) क्या है?
- तीनों सेनाओं, थल सेना, वायु सेना और भारतीय नौसेना के बीच अच्छे संबंध स्थापित करने हेतु इस पद का गठन किया गया है।
- सीबीएस देश के सशस्त्र बलों का सर्वोच्च रैंक (तीनों सेनाओं) द्वारा अधिकारी होता है,
- सीडीएस तीनों सेनाओं का प्रमुख भी होगा तथा एक पांच सितारा सैन्य अधिकारी होगा,
- सीडीएस तीनों सेनाओं का प्रमुख होगा इस कारण से उसके पास सैन्य सेवा का लंबा अनुभव एवं उपलब्धियां होनी चाहिए।
कौन होगा देश का पहला सीबीएस?
- भारतीय सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बन गए हैं
- बिपिन रावत के रिटायर होने के बाद लेफ्टिनेंट जनरल मनोज मुकुंद नरवाने देश के अगले सेना अध्यक्ष होंगे
- केंद्र सरकार ने सीडीएस पोस्ट के लिए सेना के नियमों में संशोधन कर उम्र की सीमा को बढ़ाकर 65 साल किया था
- जनरल बिपिन रावत भारतीय सेना अध्यक्ष के तौर पर अपना 3 साल का कार्यकाल पूरा करके 31 दिसंबर 2019 को रिटायर हो रहे हैं इसके बाद वह चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद संभालेंगे 62 साल के विपिन रावत 65 साल की उम्र पूरी होने तक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद पर रहेंगे।
सी डी एस की क्या भूमिका
- तीनों सेनाओं के बीच में तालमेल को और बेहतर बनाने के लिए जल्दी सैन्य मामलों का विभाग का गठन किया जाएगा
- चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ इसके चीफ होंगे
- सीडीएस की दूसरी भूमिका चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के स्थाई अध्यक्ष की होगी
- इसमें सीडीएस की भूमिका सशस्त्र सेनाओं के ऑपरेशंस में आपसी समन्वय तथा उसके लिए वित्त प्रबंधन की होगी।
सीडीएस की मांग कब उठी थी ?
- इसकी मांग सुरक्षा विशेषज्ञ साल 1999 के कारगिल युद्ध के बाद से करते रहे हैं
- कारगिल युद्ध के बाद तत्कालीन उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में साल 2001 में बने ग्रुप ऑफ़ मिनिस्टर्स (GOM) ने भी तीनों सेनाओं के बीच अच्छा तालमेल स्थापित करने हेतु सीडीएस की सिफारिश की थी
- ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने अपनी सिफारिश में कहा था अगर कारगिल युद्ध के दौरान ऐसी कोई व्यवस्था होती है तथा तीनों सेनाऐ अच्छे तालमेल से युद्ध के मैदान में उतरते तो नुकसान बहुत कम होता
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को लाल किले की प्राचीर से देश की तीनों सेनाओं के बीच तालमेल को और बेहतर बनाने के लिए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ(सीडीएस) का नया पद बनाने का घोषणा किया था
- उसी समय से सबसे सीनियर मिलिट्री कमांडर होने की वजह से मौजूदा सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत को देश के पहले सीडीएस बनाने के कयास लगाए जा रहे थे और इन्हें सीडीएस बनाया गया